मोबाइल एप्प कैसे बनाएं जाते हैं?

How to make a mobile app?

आजकल मोबाइल एप्लीकेशन डेवलपमेंट की बहुत ही डिमांड है और मोबाइल एप्प डेवलपर्स काफी अच्छी कमाई भी कर रहे हैं. मोबाइल एप्लीकेशन विभिन्न प्रकार के मोबाइल उपकरणों और उनके समर्थित ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे एंड्रॉइड, आईओएस और विंडोज फोन के लिए विकसित किए जा रहे हैं. हम सभी अपने मोबाइल फोन का उपयोग हर जगह और हर रोज करते हैं चाहे हम घर पर हों, ऑफिस में हों या दोस्तों और परिवार के साथ कहीं बाहर जा रहे हों.


हम अपने दैनिक जीवन में इन मोबाइल एप्प पर बहुत भरोसा करते हैं और अपने हर छोटे-मोटे रोजमर्रा के कामों जैसे रेलवे या हवाई जहाज के टिकट बुक करना, सिनेमा के टिकट बुक करना, कैब बुक करना, ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना, ऑनलाइन सामानों की खरीददारी करना, किसी को पैसे ट्रांसफर करना, अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को मैसेज करना आदि कामों में के लिए विभिन कंपनियों द्वारा बनाये गए अलग-अलग तरह के मोबाइल एप्प का इस्तेमाल करते ही रहते हैं. आज अपनी सेवाएं या उत्पाद बेचने वाली लगभग सभी कंपनियों के अपने-अपने मोबाइल एप्प होते हैं और वो अपने कस्टमर या क्लाइंट्स से इनके जरिये हर हमेशा और हर जगह जुड़े रहना चाहती हैं. इसलिए आज छोटी से लेकर बड़ी कंपनी, सभी अपने लिए एक मोबाइल एप्प चाहती है तो स्वाभाविक है कि ऐसे एप्प को बनाने वाले डेवलपर की भी डिमांड बढ़ेगी ही.

तो अब सवाल यह है कि "इन ऐप्स को खुद कैसे विकसित किया जाए और इस तरह के ऐप को विकसित करने के लिए कौन सी योग्यता या तकनीकी कौशल की आवश्यकता होती है?"

शैक्षिक योग्यता एवं कौशल (Educational Qualifications and Skills): वैसे तो मोबाइल एप्प को विकसित करने के लिए कोई विशेष न्यूनतम शैक्षिक योग्यता की आवश्यकता नहीं है यहां तक ​​कि आपको यदि सिर्फ बेसिक कंप्यूटर की ही जानकारी है तब भी आप इसे प्रारम्भ से आसानी से सीखना शुरू कर सकते हैं. अधिकांश नियोक्ता (Employer) अपने लिए कंप्यूटर में स्नातक की डिग्री या समकक्ष डिप्लोमा वाले उम्मीदवारों की तलाश करते हैं.

तकनीकी कौशल या प्रोग्रामिंग भाषा (Technical Skill or Programming languages): मूलभूत कंप्यूटर ज्ञान के अलावा आपको विभिन्न प्रकार के मोबाइल उपकरणों और इसके ऑपरेटिंग सिस्टम से परिचित होना पड़ेगा.

1.फ्रंट एंड स्किल्स (Front End Skills): आपको किसी मोबाइल डिवाइस के यूजर इंटरफ़ेस (UI) के रचनात्मक ज्ञान के साथ-साथ उसके विभिन्न घटकों, रंगों, फ़ॉन्ट शैलियों के सही और व्यावहारिक प्रयोगों के बारे में पता होना चाहिए. एक ही एप्प में अलग-अलग तरह के कई स्क्रीन या पेजों का समायोजन होता है, आपको इनके बीच में सही, तेज और आसानी से एक स्क्रीन से दूसरी स्क्रीन में जाने की भी जानकारी होनी चाहिए. इसलिए आपको HTML5, CSS, XML, Javascript, jQuery, AngularJS और ReactJS जैसे टूल्स और स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज के बारे में अच्छा ज्ञान होना जरुरी है.

2.बैक एंड स्किल्स (Back End Skills): आपको विभिन्न प्रकार के डेटाबेस जैसे कि MySQL, SQLite, MongoDB और WebSQL के साथ ही किसी मोबाइल डिवाइस या टेबलेट के हार्डवेयर, सेंसर, मेमोरी आवंटन, स्टोरेज फाइल मैनेजमेंट, सुरक्षा आदि की भी बेसिक जानकारी रखनी होगी.

3.प्रोग्रामिंग स्किल्स (Programming Skills): आपको जिस भी प्लेटफार्म (OS) के लिए एप्लीकेशन डेवेलप करना है उस प्लेटफार्म विशेष पर चलने वाले एप्प को बनाने के लिए प्रयोग में आने वाले प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का अच्छा ज्ञान होना जरुरी है, जैसे कि एंड्राइड पर चलने वाले एप्प को सामान्यतः JAVA प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में डेवेलप किया जाता है, उसी तरह iOS के लिए एप्प की कोडिंग C ++ प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में की जाती है. इसके साथ-साथ आपको कुछ सर्वर साइड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे PHP या .NET भी सीखना पड़ सकता है. वैसे मैं एक राहत की बात बता दूँ कि यदि आप कोई सी भी एक एडवांस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे कि जावा (JAVA) यदि आप अच्छे से सीख लेते हैं तो अन्य दूसरी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखने में उतनी दिक्कत नहीं आती क्योंकि कमोबेश इन सभी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में काफी कुछ समानताएं होती है जैसे कि प्रत्येक लैंग्वेज में डाटा टाइप (boolean, integers, floats and characters), बेसिक कोड स्ट्रक्चर (Arithmetic , Array and Assignments), सिंपल कोड स्ट्रक्चर (if-then, if-then-else, while, for loops), कोड ब्लॉक (functions, procedures and parameters) आदि तो होते ही होते हैं.

4.हार्डवेयर / सॉफ्टवेयर और अन्य आवश्यकताएँ (Hardware/Software and Other Requirements): आईओएस (iOS) एप्प को बनाने की प्रक्रिया थोड़ी जटिल और मंहगी है. इसके लिए सबसे पहले आपको एप्पल डेवलपर प्रोग्राम (Apple Developer Program) के लिए आवेदन देना होगा जिसका खर्च आपको 99 अमेरिकी डॉलर ($99 USD) पड़ेगा जो कि एक साल के लिए वैध होती है. इसके साथ ही आपके पास Apple कंपनी का ही कंप्यूटर या मैकबुक होना बहुत ही जरुरी है जो कि विंडोज कंप्यूटर या लैपटॉप के वनिस्पत काफी मंहगे होते हैं. साथ ही आपके पास Apple का iPhone होना भी जरुरी है जिस पर आप अपने द्वारा बनाए गए एप्प को चेक कर सकें. वैसे अगर आप इन सब हार्डवेयर (मैकबुक और आईफोन) पर पैसे खर्च न करना चाहें तो आप क्लाउड बेस्ड मैक सिस्टम और क्लाउड बेस्ड आईफोन का उपयोग कर सकते हैं जो कई ऑनलाइन कंपनी देती हैं. जिसको आप अपने किसी भी सामान्य कंप्यूटर से आराम से संचालित कर सकते हैं और ये आपको 50 से 100 अमेरिकी डॉलर के बीच में महीने भर के लिए उपलब्ध हो जाएगा. वहीं दूसरी ओर एंड्राइड (Android) एप्प को बनाने के लिए आपके पास कोई सा भी एक कंप्यूटर (विंडोज, मैक या लिनक्स) का होना ही काफी है. ये ओपन सोर्स होने की वजह से इसमें आपको किसी तरह का कोई विशेष लाइसेंस नहीं लेना पड़ता. इसमें सिर्फ आपको एप्प बन जाने के बाद उसे प्लेस्टोर पर डालने के लिए एक ही बार 25 अमेरिकी डॉलर ($25) का खर्च लगेगा जो कि सदा के लिए वैद्य होता है.

5.व्यावसायिक कौशल (Business Skills): जब एक बार आपका ऐप तैयार हो जाता है तो अब इसको अलग-अलग तरह के मार्केटप्लेस जैसे कि एंड्राइड के लिए प्लेस्टोर और आईओएस के लिए एप्प स्टोर पर डाल कर उनका प्रचार-प्रसार और एप्प ऑप्टिमाइजेशन जैसे काम आपको करने पड़ सकते हैं हैं जिससे आपका आप इन स्टोर पर ज्यादा से ज्यादा और आसानी से देखे जा सके और आपका एप्प उपयोगकर्ता या उपभोक्ता का ध्यान आकर्षित कर सके.

क्या करें जब आपके पास अब उतना टाइम नहीं है कि इतने सारे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और टूल्स को अलग-अलग प्लॅटफॉर्म के एप्प बनाने के लिए सीख सकें?

कोई बात नहीं, इसका भी मैं आपको एक आसान सा उपाय बताता हूँ जिसको आप सीख कर और उपयोग में लाकर आसानी से, बहुत जल्द और बिलकुल प्रोफेशनल लगने वाले मोबाइल एप्प को Android, iOS, Windows, Tizen और BlackBerry जैसे डिवाइस के लिए बड़े ही आराम से बना सकते हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि इन सब के लिए आपको अलग-अलग कोडिंग भी नहीं करनी पड़ेगी और एक ही सोर्स कोड से इन सभी प्लॅटफॉर्म के लिए एप्प बनाये जा सकेंगे.

बस आपको प्रसिद्ध मोबाइल एप्प डेवेलपमें फ्रेमवर्क में से एक अपाचे कोरडोवा (Apache Cordova) या आयोनिक (Ionic) सीखना पड़ेगा जो कि बेहद ही आसान है. इसके लिए बस आपको सिंपल HTML5, CSS3, Javascript, AngularJS, ReactJS और बेसिक MySQL और SQLite का ज्ञान होना ही काफी है. साथ ही यदि आप PHP या .NET में से कोई सी भी एक सर्वर साइड स्क्रिप्टिंग प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीख लेते हैं जो कि उतना मुश्किल नहीं है तो इससे आप पूरी तरह से डायनामिक और डेटाबेस युक्त एप्प को आसानी से और तेजी से बना सकते हैं.


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