आर्मी दिवस 2020

Army day 2020


जहाँ हम और तुम हिन्दू-मुसलमान के फर्क में लड़ रहे हैं, 
कुछ लोग हम दोनों के खातिर सरहद की बर्फ में मर रहे हैं.
 नींद उड़ गया यह सोच कर, हमने क्या किया देश के लिए, 
आज फिर सरहद पर बहा हैं खून मेरी नींद के लिए. जय हिन्द

ज़माने भर में मिलते हैं आशिक कई मगर वतन से
 खूबसूरत कोई सनम नहीं होता नोटों में लिपट कर
 सोने में सिमटकर मरे हैं कई मगर
 तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता

एक सैनिक ने क्या खूब कहा है. किसी गजरे की 
खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी 
चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ, मुझे छाती से 
अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं 
अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़  आया हूँ।

फ़ौजी की मौत पर परिवार को दुःख कम और गर्व 
ज्यादा होता हैं, ऐसे सपूतो को जन्म देकर माँ का कोख
 भी धन्य हो जाता हैं. जिसकी वजह से पूरा हिन्दुस्तान 
चैन से सोता हैं, कड़ी ठंड, गर्मी और बरसात
 में अपना धैर्य न खोता हैं. जय हिन्द

Demo Army day

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